इस जग में पहचानिए ,छल-प्रपंच और झूठ, सचेत जो रहे नहीं तो लोग लेंगे तुमको लूट। इस जग में पहचानिए ,छल-प्रपंच और झूठ, सचेत जो रहे नहीं तो लोग लेंगे तुमको लूट।
कम लोगों से ही रिश्ता है मेरा मुझ पर झूठी तारीफ करना नहीं आता कम लोगों से ही रिश्ता है मेरा मुझ पर झूठी तारीफ करना नहीं आता
कर्तव्य पालन कर जीवन के पथ पर मैं बढ़ रहा हूँ I कर्तव्य पालन कर जीवन के पथ पर मैं बढ़ रहा हूँ I
प्रातः काल भास्कर रश्मि कर गई रोशन जहां चिड़ियों की चहचहाहट,मधुर कर गई जहां, प्रातः काल भास्कर रश्मि कर गई रोशन जहां चिड़ियों की चहचहाहट,मधुर कर गई जहां,
दुनिया के प्रपंचों से दूर रख खुद को खुद से लो प्यार थोड़ा ज्यादा कर लिया है। दुनिया के प्रपंचों से दूर रख खुद को खुद से लो प्यार थोड़ा ज्यादा कर लिया है।
राजा शान से खड़ा है प्यादा ही बे मौत मरा है छल से भरे इस खेल मे हर पल ख़तरा ही ख़तरा है राजा शान से खड़ा है प्यादा ही बे मौत मरा है छल से भरे इस खेल मे हर पल ख...